कलियों की कोमल पंखुरियों में रंगों की फुलवारी सजाए..
प्यारी भीनी खुशबू से जो , मन को आनंदित कर जाए..
शीतल मंद समीरो संग , झूम झूम कर राग सुनाये ...
एक फूल के खिलने में भी नियति के अनेक राज है ....
कोमलता ,विनम्रता ,प्यार ,खूबसूरती ...ये सब उसके साज है
कितने प्यारे , कितने अनोखे , प्रकृति के निराले अंदाज है
43 टिप्पणियां:
बहुत ही खूबसूरत।
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कल 09/08/2011 को आपकी एक पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
वाह,बहुत खूब.
प्रकृति के निराले अंदाज़ का आपने ब-ख़ूबी बयान किया है।
सुंदर अभिव्यक्ति भावों की ..
बधाई एवं शुभकामनायें.
बहुत ही बढि़या ।
बहुत बढि़या ।
प्रकृति के अंदाज़ हमेशा ही निराले होते हैं ..
प्रकृति के तो अंदाज निराले ही हैं....
मन मोहने वाले...
"कोमलता, विनम्रता, प्यार,खूबसूरती
...ये सब उसके साज है
कितने प्यारे, कितने अनोखे, प्रकृति के निराले अंदाज है"
अक्षरशः सत्य
प्रकृति तो हमेशा ही निराली और मनमोहक होती है ...
really true....
वाह प्रकृति के इन अनोखे दृश्यों को आपने बहुत ही अच्छे तरहां से दर्शाया है अओने शब्दों में....वाह बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति....
कई जिस्म और एक आह!!!
प्रकृति के संग झूम गए ....कविता बहुत अच्छी है
प्रकृति के तो अंदाज निराले हैं|
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ..........
सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ लाजवाब कविता लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
बहुत ही खूबसूरत।
भावमय करते शब्दों के साथ गजब का लेखन ...आभार ।
आदरणीया स्वाति जी
सादर सस्नेहाभिवादन !
आपकी रचना मन को आनंदित करने में सफल है -
एक फूल के खिलने में भी नियति के अनेक राज़ हैं …
कोमलता , विनम्रता , प्यार , ख़ूबसूरती …
ये सब उसके साज हैं
कितने प्यारे , कितने अनोखे , प्रकृति के निराले अंदाज़ हैं !!
बहुत सुंदर !
श्रेष्ठ सृजन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार
bahut pyaara aur khoobsoorat...
http://teri-galatfahmi.blogspot.com/
waah bahut hi sundar bhav .
Shandar rachna. aabhar.
"कोमलता, विनम्रता, प्यार,खूबसूरती
...ये सब उसके साज है
कितने प्यारे, कितने अनोखे, प्रकृति के निराले अंदाज है"बेहतरीन रचना ,भाव और अर्थ छटाएं .बधाई .
बुधवार, १० अगस्त २०११
सरकारी चिंता
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
Thursday, August 11, 2011
Music soothes anxiety, pain in cancer "पेशेंट्स "
http://sb.samwaad.com/
प्रकृति के सौंदर्य का सुंदर चित्रण।
सुंदर अभिव्यक्ति
बधाई एवं शुभकामनायें.
रक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.
बहुत ही सुंदर रचना
आज का आगरा ,भारतीय नारी,हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल , ब्लॉग की ख़बरें, और एक्टिवे लाइफ ब्लॉग की तरफ से रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
सवाई सिंह राजपुरोहित आगरा
आप सब ब्लॉगर भाई बहनों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई / शुभकामनाएं
आपको एवं आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
behtareen........
बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति...
बहुत ही सुंदर रचना
खूबसूरत अभिव्यक्ति...आभार.
बहुत ही सुंदर रचना
खूबसूरत अभिव्यक्ति...आभार.
जन्माष्टमी की शुभकामनायें स्वीकार करें !
सचमुच निराला अंदाज .....
सचमुच, जो कुछ भी है हमारे पास, सब कुछ प्रकृति का ही तो दिया है।
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क्यों डराती है पुलिस ?
घर जाने को सूर्पनखा जी, माँग रहा हूँ भिक्षा।
सुंदर भाव!
आपके पोस्ट पर आना बहुत अच्छा लगा । कविता अच्छी लगी । धन्यवाद।
आपकी छोटी सी कविता में प्रकृति के खूबसूरत अंदाज का प्रेषण अच्छा लगा । धन्यवाद ।
कहाँ हैं आप ??
काफी दिन से कुछ नहीं लिखा ?
शुभकामनायें !
दीपावली के पावन पर्व पर आपको मित्रों, परिजनों सहित हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ!
way4host
RajputsParinay
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
कविता में प्रक़ति के द़श्य बहुत अच्छे हे
कविता में प्रक़ति के द़श्य बहुत अच्छे हे
very nice.
बहुत खूब निराले अंदाज में।
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